हरि ओम नमों नारायणः, शब्द रोज़ के काम में हर पल जपना

 हरि ओम नमों नारायणा-श्रीमन्न नारायण-नारायण हरि-हरि।

भगवान हरि जी हमारे मन के विचारक हैं।

एक नयी नीति के साथ हमारे जीवन के सुधारक भी है।

हमारे जीवन के सारे कष्टों व दुःखों के प्रति निवारक भी है।

दुश्मनों, दुष्टों के नास और अंत करने के लिए खलनायक हैं ।

हमारे सुरक्षा के प्रति श्रीकृष्ण भगवान हमारे जीवन का नायक हैं।

बड़े-बड़े सुर-वीर असुर राक्षस का विनाश करने वाले विनाशक हैं।

कृष्ण का भक्ति-भाव, पूजा-पाठ, मंत्र हीं हमारे लिए लाभदायक है।

उनकी बाँसुरी की मधुर स्वर, मिठ्ठी सी बोल हमारे लिए मनमोहक है।

दुश्मनी और दोस्ती को एक करनेवाले दूध-पानी जैसे घुलायक भी हैं।

वह मानव रूप में सभी के बीच एक दूसरे के लिए आविभावक भी हैं।

हम जानते हैं कि आजकल समय का बहुत ही महत्त्व हो गया है और ज़िंदगी बहुत ही जटिल हो गई है। सारे लोग काम को लेकर व्यस्त हो चले हैं। इस बीच अपने स्वास्थ्य से दूर अपने माता-पिता का भी ख़्याल ठीक से नहीं रख पा रहे हैं, तो वे भगवान को कहा से याद करेंगे। लोग बहुत मतलवी और स्वार्थी होने लगे हैं। दोस्त, तो क्या ज़िंदगी इतनी छोटी है? है।प्रभु ने तो हमें ज़िंदगी का समय बहुत बड़े दिए हैं। क्यों हमें संतुष्टि नहीं मिल पा रही है? हमें समय देने वाले भी तो भगवान ही हैं, तो हम उन्हें भूलने का भूल से भी भूल नहीं करना है।

     अतः हमे राम का गुणगान हर समय करना है जो की कड़-कड़ में बसते हैं तो हमे उन्हें अपने मन और घर में भी बसाना  है।          जय श्रीकृष्ण           जयश्रीराम



कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Please don’t enter any spam link in the comment box.

क्या हमारी आकाशगंगा (Milky Way) दूसरी गैलेक्सी से टकराएगी? भविष्य का सच!

क्या हमारी आकाशगंगा (Milky Way) दूसरी गैलेक्सी से टकराएगी? भविष्य का महा-संग्राम! ब्रह्मांड की विशालता हमेशा से ही इंसानी कल्पनाओं को चुनौती...