माता-पिता एक नाम, भगवान के दर्जे से भी एक ऊपर का दर्जा होता है। वे हमारे लिए भगवान से भी बढ़कर कर होते हैं ।
जो हमारे जन्म से लेकर बड़ा होने तक तथा कामयाब करने तक वे अपनी सारी इच्छाओं का बलिदान देते हैं, जो हमें उँगली पकड़ कर चलना सिखाते हैं।
माता-पिता पृथ्वी पर निस्वार्थ जीव हैं, जो हमारे जीवन और हँसी-खुशी के लिए बहुत सारे बलिदान करते हैं। वे कठिन समय में हमारी मदद करते हमारे साथ हर पल रहते हैं, और हमें जीवन की चुनौतियों का सामना करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और हमें नैतिकता का पाठ सिखाने के साथ-साथ समर्थन भी देते हैं। इसलिए हमें उनकी उपस्थिति को महत्व देना चाहिए और जीवन के हर चरण में उनका सम्मान करना चाहिए। माता-पिता का प्यार हमारे लिए जीवन भर का वरदान होता है, जो हमें हमारी मुसीबत में भी हमारी रक्षा करता वे तो हमारे लिए करुणा के सागर होते दयानिधान की मूरत होते हमें हमारे सपनों को पूरा करने की भरपूर आज़ादी मिलती है, भले ही माता-पिता ग़ुलामी की बेड़ियों में क्यों न बंधे हों।
जैसे कि आप सभी जानते हैं, माता-पिता से बढ़कर कोई नहीं होता। धरती पर सबसे धनी और सबसे सफल लोग वे हैं जिनके माता-पिता अभी भी आस-पास हैं। माता-पिता भगवान की तरह होते हैं। आपके माता-पिता आपसे संतुष्ट हैं तो भगवान भी खुश हैं।
माता-पिता की जितनी हमें हमारे बचपन में जरूरत होती है उतनी ही जरूरत उन्हें हमारी भी उनके बुढ़ापे के लिए होती है। माँ-बाप का प्यार और शिक्षक की डाँट हमें महान और सफल इंसान बनाती है।
माता-पिता भले ही अनपढ़, अशिक्षित क्यों न हों, लेकिन शिक्षा और संस्कार देने की जो ताकत, क्षमता उनमें है, वो क्षमता दुनिया के किसी भी स्कूल के पास नहीं है।
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