सरसों के तेल की शुद्धता जांचने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:
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| Mustard-oil सरसों का तेल |
1. सुगंध पहचानें: असली सरसों का तेल उसकी तीव्र और विशिष्ट गंध से पहचाना जा सकता है। यदि तेल में गंध हल्की हो या असामान्य लगे, तो यह मिलावट हो सकती है।
2. पानी का परीक्षण: एक कटोरी में पानी लें और उसमें कुछ बूंदें सरसों के तेल की डालें। यदि तेल की बूंदें पानी में अलग तैरती हैं, तो तेल शुद्ध है। यदि बूंदें पानी में घुलने लगें, तो यह मिलावट का संकेत है।
3. कागज परीक्षण: सफेद कागज पर तेल की कुछ बूंदें डालें। कागज पर दाग यदि हल्का पीला और स्थिर रहता है, तो तेल शुद्ध है। यदि दाग में रंग बदलता है, तो मिलावट हो सकती है।
4. आयोडीन टेस्ट: सरसों के तेल में आयोडीन की कुछ बूंदें डालें। यदि तेल का रंग बदलता है या मटमैला हो जाता है, तो मिलावट की संभावना है।
5. जमे हुए तेल की जांच: सरसों का तेल ठंड में (लगभग 5°C) जमने लगता है। अगर तेल पूरी तरह नहीं जमता और उसमें अलग परतें दिखती हैं, तो यह शुद्ध है। यदि कोई असामान्यता दिखती है, तो मिलावट हो सकती है।
6. पीला रंग: सरसों का तेल हल्का पीला या सुनहरा रंग का होता है। यदि रंग ज्यादा गाढ़ा हो, तो यह मिलावटी हो सकता है।
इन तरीकों से आप सरसों के तेल की शुद्धता की जांच कर सकते हैं। हालांकि, भरोसेमंद ब्रांड और प्रमाणित स्रोत से तेल खरीदना सबसे अच्छा उपाय है।
सरसों के तेल में मिलावट (बनावट) की संभावना को समझने और पहचानने के लिए निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान दें:
1. मिलावट के सामान्य प्रकार:
अर्जुन का तेल: सरसों के तेल में सस्ता और गंधहीन तेल मिलाया जा सकता है, जैसे अर्जुन का तेल।
पाम तेल: सस्ते पाम तेल की मिलावट भी होती है, जिससे तेल का रंग और गाढ़ापन बदल सकता है।
रंग मिलावट: रंगों (जैसे पीला रंग) का उपयोग करके तेल को गाढ़ा पीला दिखाया जा सकता है।
खनिज तेल: पेट्रोलियम उत्पादों से बने खनिज तेल की मिलावट स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक हो सकती है।
2. मिलावट पहचानने के तरीके:
रंग की गहराई: असली सरसों का तेल हल्का पीला होता है। बहुत गहरा या चमकीला पीला रंग होने पर रंग मिलावट की संभावना हो सकती है।
पानी का प्रयोग: तेल को पानी में डालने पर अगर यह मिलावट वाला है, तो अलग-अलग परतें बन सकती हैं या तेल पानी में घुल सकता है।
गंध: असली सरसों का तेल तीखी और विशिष्ट गंध वाला होता है। अगर गंध हल्की या असामान्य हो, तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है।
जमने का परीक्षण: सरसों का तेल ठंड में आंशिक रूप से जम जाता है। अगर तेल पूरी तरह से नहीं जमता है, तो यह मिलावट रहित है।
साबुन परीक्षण: थोड़ी मात्रा में तेल को साबुन के घोल में डालें। अगर झाग ज्यादा बने, तो यह मिलावट का संकेत हो सकता है।
3. मिलावट के प्रभाव:
मिलावटी सरसों का तेल शरीर में विषैले तत्वों का संचय कर सकता है।
लंबे समय तक उपयोग करने पर यह स्वास्थ्य समस्याओं जैसे कि त्वचा रोग, पेट की गड़बड़ी और हृदय संबंधित बीमारियों का कारण बन सकता है।
4. शुद्ध तेल खरीदने के सुझाव:
विश्वसनीय ब्रांड: केवल प्रमाणित और प्रतिष्ठित ब्रांड से सरसों का तेल खरीदें।
एफएसएसएआई (FSSAI) मार्क: पैकिंग पर एफएसएसएआई प्रमाणित होने की जांच करें।
थर्ड पार्टी टेस्ट: अगर संभव हो तो सरसों के तेल का लैब में परीक्षण करवाएं।
शुद्ध तेल का उपयोग करना न केवल स्वास्थ्य के लिए अच्छा है बल्कि स्वाद और पोषण के लिए भी जरूरी है ।
स्वास्थ्य और सरसों का तेल दोनों एक ही साथ जुड़े हुए हैं, हमारे जीवन के साथ।

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