राम नाम की महता शून्य से अनन्त तक

                राम नाम की महता शून्य से अनन्त तक 

राम हमारे प्रभु हैं, जिनकी महत्वता बहुत हीं बड़ी है। हमारे जीवन में प्रवेश करने वाले रोम-रोम में बसने वाले प्रभु श्रीराम का नाम कोई साधारण नाम नहीं है। इनके नामों के उच्चारण से हमारे सारे कर्मों की फल सदा सफल और मन-तन तृप्त हो जाते हैं। राम नाम कल्याणकारी शब्द है। राम का नाम पूरे ब्रह्मांड में गूंजता और इसकी ध्वनी पूरे पृथ्वी धरातल पर प्रत्येक जीव-प्राणी के तनमन में सदैव गूंजते रहता है। अगर हम राम जी को याद करे या ना करे कोई भी दिन या समय हो राम नाम की ध्वनी  हमारे कानों तक जैसे ही सुनायी देती या फिर गुंजमान कहीं भी आस पास होती है, तो राम की छवि हमारे मन और तन की अंदर आत्मा में आपरूपी बनने लगती है। जिसे हम राम की महिमा कह सकते हैं। राम बड़े हीं सरल और सात्विक नाम है। राम जी की बात आती है, तो राम जैसे राजा कोई नहीं है। राम जैसा भाई कोई नहीं है। राम जैसा पुरूषोत्तम कोई नहीं है।

राघव लल्ला

आज हमारे देश में बाहरी बोलचाल का परिवेश बन गया है। लोग एक दूसरे के आदर सम्मान के लिए अंग्रेजी में गुड-मॉर्निंग का उपयोग करना नहीं भूलते हैं। जिससे की यह साबित होता है कि मनुष्य अपनी संस्कृति को छोड़ कर मॉडर्न युग के परिवेश को बड़ी तेज़ी से निभा रहे हैं। जिसके कारण भारत की संस्कृति विलुप्त होती जा रही है, जो की यह नहीं होना चाहिए।

पर हमारे गाँव में आज भी मनुष्यों, बड़े बुज़ुर्ग लोगों से एवं दादा-दादी के मुख से किसी के अभिवादन में किए गए शब्द का प्रयोग राम-राम हीं होता है। जिससे यह एहसास होता है कि बोलने वाला बिलकुल सभ्य है, अगला व्यक्ति भी इसी व्यवहार से अभिनंदन करता है, जिससे हमारी संस्कृति भी बरकरार रहती है और प्रभु का भी ध्यान होते रहता है।

राम-राम २ बार बोलने का गुडांक शब्दों में—

राम-राम नाम लेने से इस दो बार के शब्द से हीं होता कुछ ऐसा है कि हिन्दी वर्णमाला में “र” 27 अक्षर है। और “आ” की मात्रा दूसरा और “म" 25वाँ अक्षर, इसलिए इन सब को मिलकर जोड़ने पर जो परिणाम योग बनता है वो है — 27+2+25=54

इस तरह से “राम” का योग परिणाम 54 हुआ। जोकि दो बार राम-राम कहने से 108 हो जाता है, यह पूर्ण ब्रह्म का घटक होता है। जब भी हम जप करते हैं, तो हमें 108 बार जाप करने की सलाह पंडितों के द्वारा दी जाती है, जबकि केवल राम-राम कहने से हीं हमारे जाप और पूजा पूर्ण हो जाती है।


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